विविधा थूक का स्वाद August 11, 2013 / August 11, 2013 by रवि कुमार छवि | Leave a Comment रवि कुमार छवि आइए शर्मा जी, कैसे हैं आप. मुरारी बाबू पान पर चूना लगाते-लगाते भले मन से पूछ ही लेते हैं. ठीक हूं. आप कैसे हैं, और ये बेवजह, अपना गमछा क्यों ओढ़ के रखे हैं वो भी इतनी गर्मी में. थोड़े उदास मन से शर्मा जी बोलते हैं। मुरारी बाबू की निकली हई […] Read more » थूक का स्वाद