दोहे साहित्य दोहों पर दोहे July 5, 2013 by डा.राज सक्सेना | 4 Comments on दोहों पर दोहे उर्दू में है शेर ज्यों, दोधारी शमशीर | हिंदी में दोहा अटल, सही लक्ष्य का तीर | शेरो में शायर भरे, पूरे मन के भाव | इसी भाँति दोहा करे, सीधे मन पर घाव | गजल शेर का एक जुज, हो इनसे परिपूर्ण | पर दोहा है चतुष्पद, भाव भरे सम्पूर्ण | […] Read more » दोहों पर दोहे