चिंतन पशुता का लक्षण है जुगाली May 12, 2012 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment अशुद्ध मुख से आती है दरिद्रता डॉ. दीपक आचार्य मनुष्य का शरीर धारण कर लेने से ही जीवन सफल नहीं हो जाता बल्कि मनुष्यता की पूर्णता और जीवन लक्ष्य पाने के लिए जिन सिद्धान्तों, आचार-विचारों और व्यवहारों की जरूरत होती है उनका पूरी तरह परिपालन करने से ही मनुष्य योनि की प्राप्ति धन्य हो सकती […] Read more » अशुद्ध मुख से आती है दरिद्रता पशुता का लक्षण है जुगाली