कविता प्रिय की पाती February 11, 2021 / February 11, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment पाती जब आती है सुखद संदेशा लाती है !सांसो की बंद पड़ी धड़कन खिल जाती है ! ! छुई- मुई वनिता नचिकेता सी बन जाती है !जब सांसो के सरगम में घुलमिल जाती है ! ! संदेशा साजन का जब कोई भी लाता है !बेदर्दी दिल को कोई यूँ खुश कर जाता है ! ! […] Read more » प्रिय की पाती