विविधा समाज बाबुल मेरे उड़ना सिखाया….. June 15, 2013 / June 3, 2013 by परमजीत कौर कलेर | Leave a Comment बाबुल मेरे ने उड़ना सिखाया…बचपन में गिरते को ऊंगली पकड़कर चलना सिखाया… उनके एक उत्साह से मानो मेरे हौसले को लग गए हों पंख…मानो मैं आसमान से बातें करने के लिए हो पड़ा हूं लालयित…ऐसा उत्साह एक शख्स ही भर सकता है…सोचिए सोचिए कौन है वो शख्स …भई अभी भी नहीं समझे…जी हां हम बात कर […] Read more » बाबुल मेरे उड़ना सिखाया.....