महिला-जगत बिटिया होने का दंश February 27, 2012 / February 27, 2012 by शिवानंद द्विवेदी | 1 Comment on बिटिया होने का दंश शिवानंद द्विवेदी भारतीय इतिहास की तमाम कहानियां भले ही वीरांगनाओं के शौर्य एवं वीरता से भरी पड़ी हों, लेकिन वर्तमान भारतीय समाज में आज भी बेटियों के प्रति समाज की सोच कहीं न कहीं शर्मसार करने वाली है। दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कोमल के मामले में जिस तरह के राज परत दर […] Read more » बिटिया बेटी
कविता साहित्य कविता ; बिटिया – प्रभुदयाल श्रीवास्तव February 1, 2012 / February 1, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 6 Comments on कविता ; बिटिया – प्रभुदयाल श्रीवास्तव इधर रोये बिटिया उधर रोये बिटिया पढ़ पढ़ के पा पा की प्यारी सी चिठिया| भईयों ने अपनी गृहस्थी सजा ली पापा से सबने ही दूरी बना ली अम्मा की तबियत हुई ढीली ढाली उन्हें अब डराती है हर रात काली सुबह शाम हाथों से खाना बनाना धोना है बरतन और झाड़ू लगाना जीने का […] Read more » daughter girls बिटिया