कविता बेटी से गृहणी April 20, 2024 / April 20, 2024 by अजय एहसास | Leave a Comment एक बेटी जब ससुराल जाती है, वो बेटी का चोला छोड़गृहणी बन जाती है,जो बातें घर पर अम्मा से कहती थीससुराल में छिपा जाती है। थोड़ा सा दर्द होने परबिस्तर पकड़ने वाली बिटियाअब उस दर्द को सह जाती है,तकलीफें बर्दाश्त कर जाती हैपर किसी से नहीं बताती है। सिरदर्द होने पर जो अम्मा सेसिर दबवाती […] Read more » बेटी से गृहणी