चिंतन बेवजह शत्रुता का मतलब है पूर्वजन्म का प्रतिशोध May 23, 2012 / May 23, 2012 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जिसके कोई मित्र या शत्रु न हों। व्यक्ति के जन्म के साथ ही राग-द्वेष के बीज अंकुरित होना शुरू हो जाते हैं जो कालान्तर में उम्र के बढ़ने के साथ ही अपना असर दिखाना शुरू कर देते हैं और उम्र ढलने तक पीछा नहीं छोड़ते। […] Read more » पूर्वजन्म का प्रतिशोध बेवजह शत्रुता