विविधा आदमी और बन्दर : संस्कृति का अन्तर September 29, 2010 / December 22, 2011 by विश्वमोहन तिवारी | 2 Comments on आदमी और बन्दर : संस्कृति का अन्तर मनुपैन्ज़ी होते यदि हम वृद्ध न होते. -विश्वमोहन तिवारी, एयर वाइस मार्शल (से.नि) बुढ़ापा अर्थात् बीमारियां, अस्वस्थता, कमजोरी, कष्ट तथा दुख! बुढ़ापे का कारण है ‘इंद्रियों तथा यौन शक्ति का कमजोर होना’ जो कष्ट तो बढ़ाता ही है मानसिक तनाव पीड़ा तथा दुख भी बढ़ाता है, और उम्र तथा गरीबी इन को और बढ़ाती हैं। […] Read more » language बोली भाषा
विविधा भाषा और बोली को लेकर सदन में दिखी निशंक सरकार की गंभीरता September 29, 2010 / December 22, 2011 by धीरेन्द्र प्रताप सिंह | 3 Comments on भाषा और बोली को लेकर सदन में दिखी निशंक सरकार की गंभीरता -धीरेन्द्र प्रताप सिंह उत्तराखंड को पूरे देश में देवभूमि होने का विशेष स्थान प्राप्त है। भारत के अधिकांश लोकप्रिय और श्रध्दा के केन्द्र तीर्थ स्थल इसी प्रदेश में है। वैसे तो यहां की सरकारें इन तीर्थस्थलों को लेकर शुरू से ही संवेदनीशील रही है। 10 वर्ष की आयु वाला यह प्रदेश कई राजनीतिक झंझावातों से […] Read more » language बोली भाषा