कविता भालू , राम टटोले बोले February 27, 2019 / February 27, 2019 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment हाथी दादा लिए सूंड में, मोबाइल ,भन्नाकर बोले। क्यों करते डिस्टर्ब बीच में, मुझको मिस्टर राम टटोले। नहीं फेस बुक ,अभी छुआ है, वाट्स एप में लगा हुआ हूँ। बार- बार तुम प्रश्न पूछते, कोतवाल जी! क्या उत्तर दूँ? Read more » भालू