चिंतन धर्म-अध्यात्म भोग-विलास से तृप्ति असंभव वासनाओं को मोड़े अध्यात्म की ओर June 6, 2013 / June 20, 2013 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment तृप्ति और संतोष का सीधा संबंध मन से है और जब तक मन तृप्त नहीं होता है तब तक जीवन में न संतोष आ सकता है, न आनंद का अनुभव ही संभव हो पाता है। दुनिया के सारे भोग-विलास और वैभव हमारे कब्जे में आ जाएं, विलासिता का भरपूर इस्तेमाल हम करने लगें, अकूत धन […] Read more » भोग-विलास से तृप्ति असंभव वासनाओं को मोड़े अध्यात्म की ओर