Skip to content Skip to footer
प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com Logo
Menu
  • राजनीति
    • चुनाव
    • लोकसभा चुनाव
    • विधानसभा चुनाव
    • घोषणा-पत्र
    • चुनाव विश्‍लेषण
    • आंकडे
  • विश्ववार्ता
  • मनोरंजन
    • मनोरंजन
    • रेडियो
    • टेलिविज़न
    • सिनेमा
    • संगीत
    • खेल जगत
    • चुटकुले
    • कार्टून
  • मीडिया
  • साहित्‍य
    • लेख
    • कहानी
    • कविता
    • गजल
    • आलोचना
    • व्यंग्य
    • पुस्तक समीक्षा
  • विविधा
  • साक्षात्‍कार
  • न्यूज़
  • अन्य
    • आर्थिकी
    • समाज
    • कला-संस्कृति
    • धर्म-अध्यात्म
    • महिला-जगत
    • बच्चों का पन्ना
    • विधि-कानून
    • हिंद स्‍वराज
    • सार्थक पहल
    • खेत-खलिहान
    • जन-जागरण
    • विज्ञान
    • स्‍वास्‍थ्‍य-योग
    • सैर-सपाटा
    • खान-पान
    • वीडियो
    • वीडियो
    • पोल Archive

Tag: : मनुष्य के भीतर जलती अदृश्य आग

लेख

ईर्ष्या : मनुष्य के भीतर जलती अदृश्य आग

October 6, 2025 / October 6, 2025 by सुरेश गोयल धूप वाला | Leave a Comment

ईर्ष्या का भाव सामान्यतः तब जन्म लेता है, जब मनुष्य स्वयं को दूसरों से कमतर महसूस करने लगता है। जब किसी का साथी, पड़ोसी, सहकर्मी या परिचित व्यक्ति किसी क्षेत्र में आगे बढ़ता है, तो ईर्ष्यालु व्यक्ति का मन भीतर ही भीतर सुलग उठता है। यह सुलगन धीरे-धीरे उसकी सोच, व्यवहार और दृष्टिकोण को विषाक्त बना देती है।

Read more »

: मनुष्य के भीतर जलती अदृश्य आग ईर्ष्या
Sidebar

Search Authors by Hindi Name

Loading...

  • हमारे बारे में
  • प्रवक्‍ता मण्डली
  • प्रवक्ता लेखक सूची
  • प्रवक्ता पर विज्ञापन
  • लेख भेजें
  • संपर्क
© 2025 प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com