कविता एक गजल कशिश ए मोहब्बत पर September 19, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी कशिश ए मोहब्बत में हर एक चोट खाई हमने हुए जो तुमसे दूर तो सब दूरियां मिटाई हमने करीब थे इतने कि निकाल लें जान भी हंसकर एक बेरहम के लिए अपनी जान गवाई हमने मीठी यादो से हमारी भीग जाती पलकें हर रोज़ जलते चिरागों तले हर रात तनहा बिताई हमने […] Read more » कशिश दुआ मीठी यादो मोहब्बत