मनोरंजन देश में छद्म डर पैदा करने वाली एजेंडा फिल्म है “मुल्क” May 3, 2019 / May 3, 2019 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment विवेक कुमार पाठकआतंकवादी किसी भी परिवार से हो उनके प्रति पड़ोसियों व बस्ती के बाकी लोगों का सहज गुस्सा स्वभाविक है। ये त्वरित गुस्सा धर्म और जाति देखकर पैदा नहीं होता बल्कि आतंकवादी के कृत्य और उसके प्रति उसके परिवार की लापरवाही को देखकर हो सकता है मगर अनुभव सिन्हा की मुल्क फिल्म कुछ अलग […] Read more » 'मुल्क movie mulk mulk
कविता बेगानों के जश्न में,दीवाना मस्ताना है कोई August 20, 2018 / August 20, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बेगानों के जश्न में,दीवाना मस्ताना है कोई मुल्क से बढकर,किसी का दोस्त है वहाँ कोई शहीदों के कातिलो को, बेगुनाह समझते हो तुम उनके मुल्क में जाकर,उनको गले लगाते हो तुम सोचते हो अगर वे बेगुनाह है सिद्धू ऐसा हो तुम फिर पाक में जाकर,बस जाते क्यों नहीं तुम ? पता लगेगा तुम्हे,कैसी कदर करता […] Read more » 'मुल्क क्रिकेट दीवाना मस्ताना है कोई बेगानों के जश्न में मोहब्बत
कविता ‘मुल्क हिंदुस्तान हूँ….’ May 9, 2018 by कुलदीप प्रजापति | Leave a Comment कुलदीप विद्यार्थी झाड़ियों पर वस्त्र, लोहित देह से हेरान हूँ, कल मैं कब्रिस्तान था औ’ आज मैं शमशान हूँ। कौनसी वहसत भरी हैं आपके मस्तिष्क में, पाँव पर कल ही चली मैं, एक नन्हीं जान हूँ। नोच लूँगा मैं हवस में बाग की कलियाँ सभी, मत कहो इंसान मुझको, मैं तो बस शैतान हूँ। हैं […] Read more » 'मुल्क ईमान कागज कुंठित व लुंठित झाड़ियों हिंदुस्तान