कविता
अक्सर ये है पूछता , मुझसे मेरा वोट !!
/ by प्रियंका सौरभ
पंचायत लगने लगी, राजनीति का मंच !बैठे हैं कुछ मसखरे, बनकर अब सरपंच !! घोटालों के घाट पर, नेता करे किलोल !लिए तिरंगा हाथ में, कुर्सी की जय बोल !! अभिजातों के हो जहाँ, लिखे सभी अध्याय !बोलो सौऱभ है कहाँ, वह सामाजिक न्याय !! गली-गली में मौत है, सड़क-सड़क बेहाल !डर-डर के हम जी […]
Read more »