पुस्तक समीक्षा शिव संपूर्ण विश्व के न केवल आराध्य हैं अपितु वह सृष्टि रचना के मूल आधार है June 1, 2024 / June 1, 2024 by उमेश कुमार सिंह | Leave a Comment मेरे आराध्य शिव उमेश कुमार सिंह भगवान शिव त्रिनेत्रधारी हैं। त्रिकालदर्शी हैं। त्रिलोकी हैं। त्रिदेव हैं। जिनकी जटाओं से गंगा अवतरित है। मस्तक पर चंद्रमा विराजमान हैं। जिनकी लंबी-लंबी जटाएं हैं। शरीर पर बाघ की छाल सुशोभित है। गले में रुद्राक्ष की माला है। शरीर पर अनेक सांप धारण किए हुए हैं। डमरू की धुन […] Read more » मेरे आराध्य शिव