धर्म-अध्यात्म -वैदिक साधनप आश्रम तपोवन के शरदुत्सव के दूसरे दिन सायंकालीन का सत्संग-“ऋषि ऋत्मभरा बुद्धि को प्राप्त समाधि अवस्था में वेद मंत्रों के रहस्यों को जानने वाला होता है : आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” October 6, 2018 by अभिलेख यादव | 2 Comments on -वैदिक साधनप आश्रम तपोवन के शरदुत्सव के दूसरे दिन सायंकालीन का सत्संग-“ऋषि ऋत्मभरा बुद्धि को प्राप्त समाधि अवस्था में वेद मंत्रों के रहस्यों को जानने वाला होता है : आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के शरदुत्सव के दूसरे दिन सांयकालीन व रात्रिकालीन सत्संग का आरम्भ भजनों से हुआ। प्रथम आर्य भजनोपदेशक श्री आजाद सिंह लहरी ने एक भजन सुनाया जिसके बोल थे ‘ओ३म् नाम का सुमिरन कर ले कह दिया कितनी बार तुझे’। इसके बाद सहारनपुर से पधारे भजनोपदेशक श्री रमेश […] Read more » आर्यसमाज ईश्वर मन्दिर यशस्वी श्री शैलेश मुनि सत्यार्थी सृष्टि