कविता योनिज तो हम सभी है..! November 25, 2015 / November 25, 2015 by भंवर मेघवंशी | Leave a Comment योनि के जाये तो हम सभी है, पवित्रता ,अपवित्रता .. यह तो हम पुरूषों की अप्राकृतिक बकवास है | सच तो यही है कि हम सभी पिता के लिंग और माहवारी से निवृत मां की योनि के सुखद मिलन की सौगात है | मां के रक्त ,मांस ,मज्जा में नवमासी विश्रांति के बाद उसी योनि […] Read more » योनिज तो हम सभी है..!