राजनीति क्या हैं नाम बदलने के निहितार्थ? December 5, 2025 / December 5, 2025 by प्रो. महेश चंद गुप्ता | Leave a Comment पीएमओ, राजभवनों और केन्द्रीय सचिवालय के नाम परिवर्तन के साथ ही भारत एक नए दौर में प्रवेश कर गया है जहां शासन सेवा का प्रतीक बनेगा, सत्ता आम जन के और समीप आएगी और प्रशासन अधिकारों का नहीं बल्कि कर्तव्य की भावना का प्रतीक बनकर उभरेगा. अक्सर कहा जाता है कि नाम में क्या रखा है लेकिन भारतीय संस्कृति इस प्रश्न का सीधा उत्तर देती है कि नाम में ही सब कुछ रखा है। Read more » पीएमओ राजभवनों और केन्द्रीय सचिवालय के नाम परिवर्तन