विविधा कनिष्क कश्यप: उस रेत पे अपना नाम लिख ता-उम्र निशानी दे चलो June 17, 2009 / December 27, 2011 by कनिष्क कश्यप | Leave a Comment मुझे ख्वाहिसों की कस्ती पे सागर के पार ले चलो ज़हां हर लहर लिख जाती रेत पर एक नयी कहानी कुछ बरसते बादल और हवाएं मिटा देते उनकी निसानी उस रेत पर अपना नाम लिख ता-उम्र निशानी दे चलो है पार सागर के अपना जहां किसी को है इंतज़ार वहां इस भंवर से निकल आँखों […] Read more » Love रेत