परिचर्चा “वर्धा हिन्दी शब्दकोश” पर प्राप्त विद्वानों की प्रतिक्रियाओं के संदर्भ में पुनः विचार June 14, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 1 Comment on “वर्धा हिन्दी शब्दकोश” पर प्राप्त विद्वानों की प्रतिक्रियाओं के संदर्भ में पुनः विचार -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- मेरे लेख पर जिन विद्वानों ने प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं, उन सबके प्रति मैं यथायोग्य स्नेह, आदर, अत्मीय भाव व्यक्त करता हूं। हम सबका एक ही लक्ष्य है- हिन्दी का विकास हो। हम सबके रास्ते अलग हो सकते हैं। हम सबकी सोच भिन्न हो सकती है। मैंने अपने अब तक के […] Read more » वर्धा हिन्दी वर्धा हिन्दी शब्दकोश शब्दकोष हिन्दी
हिंद स्वराज वर्धा हिन्दी शब्दकोश के बहाने से हिन्दी के विकास के संबंध में कुछ विचार June 12, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 40 Comments on वर्धा हिन्दी शब्दकोश के बहाने से हिन्दी के विकास के संबंध में कुछ विचार -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- मैं दस पंद्रह दिन पहले अमेरिका से भारत लौटा तो मेरे अनेक मित्रों ने मुझे टेलिफोन करके यह सूचना दी कि महात्मा गाँधी अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा ने ´वर्धा हिन्दी शब्दकोश’ का प्रकाशन किया है। मैंने कहा कि यह तो अच्छी सूचना है। मगर उनका कहना था कि यह कोश हिन्दी की […] Read more » वर्धा वर्धा हिन्दी वर्धा हिन्दी शब्दकोश हिन्दी हिन्दी विकास