विविधा विध्वंस का विकास April 3, 2014 / September 18, 2014 by राम सिंह यादव | 1 Comment on विध्वंस का विकास -राम सिंह यादव- एक बहुत विशाल ऊर्जा का विस्फोट हुआ, सारे ब्रह्मांड में असंख्य तारे और ग्रह टूटकर छितरा गये। लेकिन ऊर्जा खत्म नहीं हुई, वरन् ब्रह्मांड की एक एक संरचना में समाहित हो गयी और धीरे-धीरे सूर्यों एवं ग्रहों की उत्पत्ति प्रशस्त हुई। इन्हीं में एक अपनी पृथ्वी और सूर्य भी थे. सूर्य ने पिता भाव से […] Read more » developement of disaster विध्वंस का विकास