व्यंग्य बहिष्कारी तिरस्कारी व्यापारी October 14, 2016 by आरिफा एविस | 2 Comments on बहिष्कारी तिरस्कारी व्यापारी हिष्कार जनता को नहीं करना है. यह काम नेताओं का है क्योंकि वे लोग तो दिलो जान से स्वदेशी हैं. देखो न सदियों से अब तक सफेदपोश ही हैं. खादी पहन कर ही सारे समझौते विदेशी कम्पनियों से हो सकते हैं. बहिष्कार करना स्वदेशी होने की निशानी है लेकिन विदेशी कम्पनियों से नित नए समझौते करना और लुभावने ऑफर देकर अपने यहाँ स्थापित करना उससे बड़ा स्वदेशीपन है Read more » तिरस्कारी बहिष्कारी व्यापारी