विविधा संघ, शाखा और मैं March 2, 2017 by गंगानन्द झा | 1 Comment on संघ, शाखा और मैं मैंने नहीं सोचा था कि राष्ट्रीय संवयंसेवक संघ की शाखा के साथ अपने साथ, अनुभवों, उत्तेजनाओं और आनन्द को कभी शेयर करने का अवसर मिलेगा। या उसकी कोई प्रासंगिकता होगी। तब मैं सातवीं-आठवीं का छात्र था, समय 1945-46। शाखा वालों से परिचय कैसे हुआ, याद नहीं है। पहली यादें हैं कि रोज दोपहर बाद चार […] Read more » शाखा संघ