राजनीति फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जिनके अंदर अपने देश का बोध सदा बना रहा November 26, 2018 / November 26, 2018 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, महमूद दरवेश और नाज़िम हिक़मत साहित्यिक और राजनीतिक व्यक्तित्वों की उस कड़ी का निर्माण करते हैं जो अपने देश से बाहर रहे या रहने को बाध्य किए गए. एक व्यापक अर्थ में वे विश्व नागरिक थे लेकिन उनके अंदर अपने देश का बोध सदा बना रहा.वे जो कहना चाह रहे […] Read more » तुर्की नाइंसाफी प्रेम फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ कला फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जिनके अंदर अपने देश का बोध सदा बना रहा म्यांमार शोषण श्रीलंका संघर्ष
विविधा संघर्ष, मुठभेड़ और युद्ध August 11, 2010 / December 22, 2011 by विजय कुमार | 2 Comments on संघर्ष, मुठभेड़ और युद्ध -विजय कुमार सामान्य रूप से ये तीनों शब्द लगभग एक से लगते हैं; पर इनमें बड़ा अंतर है। ये अलग-अलग संदर्भ में प्रयोग होते हैं और इसीलिए इनके नियम भी अलग-अलग ही हैं। खेल के मैदान में दो खिलाड़ी या दल जीतने के लिए भिड़ते हैं। खेल में कई बार, और अंतिम समय में तो […] Read more » War मुठभेड़ युद्ध संघर्ष