कविता आ कर लें हम तुम प्यार July 1, 2014 by श्यामल सुमन | Leave a Comment -श्यामल सुमन- है प्रेम सृजन संसार, आ कर लें हम तुम प्यार। ना इन्सानी बाजार, आ कर लें हम तुम प्यार।। रिश्ते जीवन की मजबूरी, फिर आपस में कैसी दूरी। कुछ नोंक-झोंक और खटपट संग, मिलती रिश्तों को मंजूरी। ये रिश्ते हैं आधार, आकर लें हम तुम प्यार।। हंसकर जीने की आदत हो, चाहे जैसी […] Read more » आ कर लें हम तुम प्यार कविता स्नेह कविता