व्यंग्य स्वदेशी स्वाभिमानी का निर्मल बयान December 17, 2011 / December 17, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | 1 Comment on स्वदेशी स्वाभिमानी का निर्मल बयान पंडित सुरेश नीरव पश्चिमी सभ्यता ने उजाड़कर रख दिया है हमारी संस्कृति को। कोई पार्टी,कोई जश्न बिना शराब के होता ही नहीं है। लगता है पहले तो कोई तीज-त्योहार मनते ही नहीं होंगे। सालों-साल ड्राई डे ही ड्राई डे रहा करते होंगे। गांधीजी ने अंग्रेजों से कहा कि भारत छोड़ो। उन्होंने भी बापू की रिसपेक्ट […] Read more » Satire स्वदेशी स्वाभिमानी