राजनीति एक ही मांद में आखिर कितने ‘स्वयंभु-शेर’ ? December 5, 2014 by आलोक कुमार | Leave a Comment ये ज्ञातव्य है कि बिना किसी स्पष्ट विजन के दो बार संसदीय राजनीति में कथित तीसरे मोर्चे की सरकार तो बनी लेकिन स्वहित व जोड़ –तोड़ की राजनीति के परिणामस्वरूप आपस में हुई राजनीतिक वर्चस्व की टकराहट के कारण कोई भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी l सवाल ये है कि वर्तमान परिदृश्य में जिस तरह […] Read more » tisre morche ka gathan स्वयंभु-शेर