कविता
उठ जाग चलो फिर से, हमें देश बचाना है
by कुमार सुशांत
-कुमार सुशांत- उठ जाग चलो फिर से, हमें देश बचाना है, भारतमाता का यूं, हमें फर्ज निभाना है। ये देश है वीरों का, हमें शान से चलना है, उनके बलिदानों का, हमें कर्ज चुकाना है। ना समझो कि हम अब भी, आज़ाद हैं बिल्कुल ही, खतरे में है सभ्यता, हमें राष्ट्र बचाना है। जंजीरों में […]
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