कविता हम सब मिल शीश झुकायेंगे January 31, 2015 by विमलेश बंसल 'आर्या' | Leave a Comment हम सब मिल शीश झुकायेंगे, गुरु देव दयानंद दानी को। उस वैदिक वीर पुरोधा की, गायेंगे अमर कहानी को॥ 1.अट्ठारह सौ इक्यासी की, फ़ाल्गुन कृष्णा दशमी तिथि को, गुजरात प्रांत टंकारा में, था जन्म लिया मूलक मिति को। शंकर से शंकर मूल मिला, कर्षन जी धन्य भवानी को॥ 2.लो सुनो सुनाऊँ तुम्हें कथा, उस वीर […] Read more » हम सब मिल शीश झुकायेंगे