चिंतन जहाँ काँटे वहाँ कलह-कुटिलता जहाँ हरियाली वहाँ प्रेम-सुगंध May 31, 2012 / May 31, 2012 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य परिवेश का व्यक्ति और समुदाय पर खूब फर्क पड़ता है। परिवेश की हवाएँ और स्थितियाँ हर किसी को प्रभावित करती रहती हैं। आस-पास के हालातों से हर कोई किसी न किसी रूप में प्रभावित होता ही है चाहे वह मानव हो या पशु या फिर पेड़-पौधे। जिन क्षेत्रों में घर या प्रतिष्ठान […] Read more » कलह-कुटिलता हरियाली वहाँ प्रेम-सुगंध