कविता हर तरफ़ प्यार को फैलाना होगा October 4, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment डॉ. रूपेश जैन ‘राहत’ हर तरफ़ प्यार को फैलाना होगा कुछ रिश्तों को मिल-जुल के बचाना होगा ये दुनिया आबाद है प्यार से नफ़रत को हर हाल में भुलाना होगा चाँदनी तो होती ही है महज़ चार पल की चाहत के शजर ता-उम्र उगाना होगा मेरी आँखों में भी वही सपने हैं हमें मिल के इन्हें अपनाना […] Read more » आंखों चाँदनी रिश्तों हर तरफ़ प्यार को फैलाना होगा