कविता
हर दिन होगी तीज ||
/ by डॉ. सत्यवान सौरभ
सावन में है तीज का, एक अलग उल्लास |प्रेम रंग में भीग कर, कहती जीवन खास | | जैसे सावन में सदा, होती खूब बहार |ऐसे ही हर घर सदा, मने तीज त्योहार | | हाथों में मेंहदी रची, महक रहा है प्यार |चूड़ी, पायल, करधनी, गोरी के श्रृंगार | | उत्सव, पर्व, समारोह है, […]
Read more »