विविधा राजभाषा हिन्दी: दशा एवं दिशा June 20, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 30 Comments on राजभाषा हिन्दी: दशा एवं दिशा -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- राजकाज के प्रशासनिक कार्यों में हिन्दी का प्रयोग होता रहा है। राम बाबू शर्मा के अनुसार यह प्रयोग बारहवीं सदी से होता रहा है। (बारहवीं सदी से राजकाज में हिन्दी, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, (1980)। राजभाषा हिन्दी में हिन्दी भाषा-क्षेत्र की जिस खड़ीबोली को भारतीय संविधान द्वारा स्वतंत्रता के बाद प्रशासनिक महत्त्व […] Read more » राजभाषा हिन्दी हिन्दी दशा हिन्दी दिशा