कविता अकेलेपन की दुनिया में May 17, 2024 / May 17, 2024 by पंडित विनय कुमार | Leave a Comment अकेलेपन की दुनिया मेंआनंद नहीं होताअकेलेपन की दुनियाबिखर जाती है क्षण भर में हीअकेलेपन की दुनियाहमें चिंतन का स्वाद देता हैअकेलेपन की दुनियाचिर आनंद देता हैअकेलेपन की दुनिया मेंस्फूर्ति नहीं होतीअकेलेपन की दुनियामजबूत नहीं होतीटिकाऊ नहीं भी होती हैं-अकेलेपन की दुनियामाँजती हैहमारे भीतर के संघर्षऔर संस्कार को ।अकेलेपन की दुनियाबनाती भी हैऔर बिगाडती भी है […] Read more » in a world of loneliness अकेलेपन की दुनिया में