कहानी साहित्य “एक सौ नवासी का कफन” June 22, 2013 / June 22, 2013 by सेराज खान 'जासम' | 1 Comment on “एक सौ नवासी का कफन” जून का महीना था, सुबह के दस बजे होंगे| हवाओं मे इतनी गर्माहट थी मानो भट्टे से गर्म करके भेजी जा रही हो| खिड़की के सामने की दीवार पे एक पुरानी तस्वीर लगी थी तस्वीर दो कील वाली थी जिसकी एक कील गिर गयी है और तस्वीर एक कील पे दोलन गति कर रही थी| […] Read more » “एक सौ नवासी का कफन”