कला-संस्कृति कला के जरिए कंडोम के प्रयोग पर जोर March 9, 2010 / December 24, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment हमारे समाज में सेक्स को वर्जित माना जाता है और शारारिक जरुरतों की अवहेलना की जाती है। दरअसल जीवन को संपूर्णता में जीने की कोशिश कोई नहीं करना चाहता। यौन कार्यकलापों को अश्लीलता की श्रेणी में रखा जाता है। इसका मूल कारण है हमारी सभ्यता और संस्कृति, जो हमें उन्मुक्त एवं स्वछंद होने से रोकती […] Read more » Condom कंडोम कला
समाज कंडोम के उचित उपयोग ढ़ूँढने की जरूरत September 30, 2009 / December 26, 2011 by अमरेन्द्र किशोर | 6 Comments on कंडोम के उचित उपयोग ढ़ूँढने की जरूरत आज से सात साल पहले वाराणसी के एक पत्रकार श्री राजीव दीक्षित के एक खोजपूर्ण रिर्पोट को लेकर जमकर बावेला मचा। उक्त रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया था कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के गरज से मुफ्त में बाटाँ जानेवाला कंडोम दम्पतियों के बेडरूम में जाने के बजाय साड़ी बुनकरों […] Read more » Condom कंडोम