कविता मुझे तुम बहुत याद आये August 21, 2018 / August 21, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आरके रस्तोगी जब जब मुसीबते आई अपनों ही निगाहे फिराई गेरो ने दिया सहारा अपनों ने किया किनारा मै इतनी दुखी हो चली थी आत्म हत्या करने चली थी पर मेरे कदम डगमगाए मुझे तुम याद आये मुझे तुम याद आये मै बिस्तर पर बीमार पड़ी थी जीवन कि अंतिम घड़ी थी दवाये भी कोई […] Read more » अंतिम घड़ी काजल मुझे तुम बहुत याद आये रिश्तेदार सुहागन
कविता अभी ना छोड़ कर जाओ सनम June 23, 2018 / June 23, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment अभी ना छोड़ कर जाओ सनम कि दिल अभी भरा नहीं जुल्फे अभी संभाल तो लू गजरा उसमे सजा तो लू मांग में तुमने सिन्दूर भरा नहीं तुमसे गले अभी मिली भी नहीं अभी ना छोड़ कर जाओ सनम कि दिल अभी भरा नहीं मैंने अभी तक कुछ कहा नहीं तुमने अभी तक कुछ सुना […] Read more » अभी ना छोड़ कर जाओ सनम काजल चादर बिछा सिन्दूर
विविधा काजल की कोठरी में कैसो ही सयानो जाय… February 22, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | Leave a Comment चण्डीदत्त शुक्ल मधुमिता शुक्ला, कविता चौधरी, शशि और ऐसे ही ना जाने कितने नाम। यूपी की सियासत को बहुत-से सेक्स स्कैंडल दागदार कर चुके हैं। ऐसा ही एक मामला था शीतल बिरला और बुलंदशहर के डिबाई विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित का। कासगां की रहने वाली शीतल ने बसपा विधायक पर आरोप लगाया कि […] Read more » kajal काजल