समाज किराये के कोख से जुड़े सवाल December 28, 2009 / December 25, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment प्रकृति के साथ बार-बार बलात्कार करना अब इंसानी फितरत बन चुका है। विकास की आड़ में प्रकृति के संतुलन को असंतुलित करना वह अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानने लगा है। हालत इतने गंभीर हैं कि इंसानों के क्लोन बनाने की कवायद भी पर्दे के पीछे चल रहे हैं। हमारे डी. एन. ए के साथ छेड़-छाड़ करने […] Read more » Womb किराये के कोख