राजनीति मौजूद किसान आंदोलन भटका मूल उदेश्यों से राजनैतिक महत्वाकांक्षा पूरी करने का बना अड्डा October 19, 2021 / October 19, 2021 by भगवत कौशिक | Leave a Comment भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबी है कि इसमें असहमति को सहमति के बराबर का दर्जा दिया गया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में विपक्ष की परिकल्पना ही लोक को निरंकुश होने से बचाने के लिए की गई है। लेकिन क्या ‘विपक्ष’ या फिर ‘असहमति’ को ‘विरोध’ की संज्ञा दी जा सकती है? क्या आवश्यकता पड़ने पर […] Read more » becoming a haunt to fulfill political ambitions The existing peasant movement deviates from its original objectives किसान आंदोलन भटका मूल उदेश्यों से राजनैतिक महत्वाकांक्षा पूरी करने का बना अड्डा