कविता साहित्य
कौन मिलेगा खाक में,और कौन आबाद।
/ by पीयूष पंत
कौन मिलेगा खाक में,और कौन आबाद। होगा इसका फैसला,थोड़े दिन के बाद।। किससे जनता खुश हुई,किससे है नाशाद। होगा इसका फैसला,थोड़े दिन के बाद॥ चमचों की चाँदी हुई,मिलती झूठी दाद। वोटर जाएगा ठगा,थोड़े दिन के बाद।। मुर्दे उखड़ेंगे गड़े,और जिन्न आजाद। होंगी बहस मसान पर,थोड़े दिन के बाद।। गीदड़ बनते शेर जब,शेर छोड़ते मांद। आने […]
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