कविता प्रतीक्षा कर रही हूँ तुम्हारी सनम June 22, 2018 / June 22, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी प्रतीक्षा कर रही हूँ तुम्हारी सनम अभी तक क्यों नहीं आये सनम ? सूर्य भी अब अस्त हो चूका घर भी अपने वह जा चूका पक्षी भी घोंसले में आ चुके श्रमिक भी थक कर आ चुके मै किसको बताऊ ये अपना गम प्रतीक्षा कर रही हूँ तुम्हारी सनम अभी तक क्यों […] Read more » गगन चाँद तुम्हारी सनम प्रतीक्षा कर रही हूँ बिजली