बच्चों का पन्ना विविधा गाँव चलें हम August 22, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment चलो पिताजी गांव चलें हम , दादाजी के पास | बहुत दिनों से दादाजी का, नहीं मिला है साथ | वरद हस्त सिर पर हो उनका , भीतर मेरे साध | पता नहीं क्यों ह्रृदय व्यथित है, मन है बहुत उदास | दादी के हाथों की रोटी, का आ जाता ख्याल | लकड़ी से चूल्हे […] Read more » गाँव चलें हम