कला-संस्कृति गोरक्षा की उज्जवल परम्परा August 24, 2013 by विजय कुमार | 1 Comment on गोरक्षा की उज्जवल परम्परा भारत एक धर्मप्राण देश है। भारत की आत्मा के दर्शन करने हों, तो तीर्थों और धामों में जाना होगा। गोमाता इसी धर्म का सजीव रूप है। इसलिए किसी भी काम को करते समय गोमाता के दर्शन शुभ माने जाते हैं। यदि उस समय गोमाता अपने बछड़े या बछिया के साथ अर्थात सवत्स हो, फिर तो […] Read more » गोरक्षा की उज्जवल परम्परा