लेख गोस्वामी तुलसीदास जी: लोकमंगल के भावना रुपी ब्रह्माण्ड के सुमेरु पर्वत January 25, 2023 / January 25, 2023 by शिवेश प्रताप सिंह | Leave a Comment शिवेश प्रताप अपनी बात शुरू करने से पहले एक द्विपद कहना चाहूँगा ……… करनी बिन कथनी कथे, अज्ञानी दिन रात। कुकर ज्यों भुकता फिरे, सुनी सुनाई बात॥ जिस प्रकार एक कुत्ते के भोंकने पर अनायास ही बिना कारण जाने बहुत सारे कुत्ते भूंकने लगते हैं उसी तरह अज्ञानी और बुद्धिहीन व्यक्ति भी बिना करनी किये […] Read more » गोस्वामी तुलसीदास जी