विविधा विकास के अनंत अवरोधक October 18, 2010 / December 20, 2011 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | 1 Comment on विकास के अनंत अवरोधक – डॉ. मनोज चतुर्वेदी गांव की चौपालों पर बैठा हुआ नौजवान, किसान, कुंभकार, ग्वाला हो या विश्वविद्यालयों में एम. फिल तथा पी-एच-डी. किया हुआ नौजवान हो। सबके मन में एक ही पीड़ा है कि भारतीय समाज को कैसे बदला जाए? इस पर लंबे-चौड़े शोध पत्र तैयार करते हैं। कुल मिलाकर सबका यही कहना होता है […] Read more » Developement चौपाल