कविता छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने May 1, 2022 / May 1, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने,फिर बार बार क्यों तुम आते हो।दरवाजे सारे बंद हो चुके है अब,फिर बार बार क्यों खटकाते हो।। होता है प्रेम जिंदगी में एक बार,ये बार बार जिंदगी में न होता है।प्रेम कोई गुड्डे गुड़ियों का खेल नहीये जिंदगी में मुश्किल से होता है।। मांग भर दी जब तुमने […] Read more » छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने