बच्चों का पन्ना दादाजी का डंडा January 16, 2014 / January 18, 2014 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment दादाजी से झगड़ रहा था, उस दिन टंटू पंडा| मुरगी पहले आई दादा, या फिर पहले अंडा| दादा बोले व्यर्थ बात पर, क्यों बकबक का फंडा| काम धाम कुछ ना करता तू, आवारा मुस्तंडा| इतना कहकर दादा दौड़े, लेकर मोटा डंडा| इससे पूछो मुरगी आया, या फिर पहले अंडा| Read more » poem दादाजी का डंडा