कविता पैरो की है हम असली ढाल May 31, 2022 / May 31, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment पैरो की है हम असली ढाल,उनकी रखते हम रखवाल।चलते चलते हम घिस जाते,तब भी हम साथ निभाते।। हमको सब बाहर छोड़ जाते,अंदर वालो को तकते रहते।खुद ड्राइंग रूम में बैठ जाते,हमको दरवाजे पर छोड़ जाते।। मार पिटाई जब कभी होती,हमारी सहायता सब है लेते।फिर क्यों करते हमारा अपमानमनुष्य से ज्यादा क्या हम शैतान ? जब […] Read more » We are the real shield of feet पैरो की है हम असली ढाल