सिनेमा मनोरंजन-सिनेमा-बदलती फिल्मी दुनिया May 31, 2011 / December 12, 2011 by जीतेन्द्र कुमार नामदेव | Leave a Comment जीवन की घटनाओं को पर्दें पर जीवित करने की जो पहल दादा साहब फलके ने की थी, उसके पीछे एक मकशद हुआ करता था। लेकिन जैसे वक्त बदलता गया, सिनेमा के मायने भी बदलते गये। कभी सिनेमा का इस्तेमाल जागरूकता के लिए किया गया तो कभी इसका उद्देश्य केवल मनोरंजन करने तक ही सीमित रहा। […] Read more » Entertainment फिल्मी दुनिया मनोरंजन सिनेमा